Friday, January 28, 2011

तेरे लिए बी गुलज़ार

तेरे लिए तेरे लिए, तेरे लिए तेरे लिए
लफ़्ज़ों में, लम्हों की, डोलियाँ, लाये हैं
लफ़्ज़ों में, लम्हों की, डोलियाँ, लाये हैं, लाये हैं
शेरोन में, खुशबू की, बोलियाँ, लाये हैं, लाये हैं
हमने सौ सौदे किये
तेरे लिए तेरे लिए, तेरे लिए तेरे लिए

आँखों में न चुभे, तारों की किरचियाँ
शीशे का आसमा लाये हैं, तेरे लिए तेरे लिए
तारे जड़े, हीरों से भी कितने बडे
हमने आसमानो में, लाखों के सौदे किये
तेरे लिए तेरे लिए, तेरे लिए तेरे लिए

हलकी सी सर्दियाँ और सांस गरम हो
शामों की शवल भी, थोड़ी सी, नर्म हो
तेरे लिए किशमिश चुने, पिसते चुने, तेरे लिए
हमने तोह परिन्दों से, बागों के सौदे किये
तेरे लिए तेरे लिए, तेरे लिए तेरे लिए, तेरे लिए तेरे लिए

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