टूटी तकदीर
बिखरती तस्वीर
कांच से जस्बात
और यह अमीर…
मैं ले आया फिर भी
मैं छीन लाया फिर भी
थोडी सी फिरनी और साथ
एक कटोरी खीर
फिक्रें हवा हुई
जब साथ तू हुई
मैं भूल गया सारे सच
और चल पड़ा बेहिचक
जैसे फटी जेब और एक फ़कीर
टूटी तकदीर
बिखरती तस्वीर
कांच से जस्बात
और यह अमीर…
No comments:
Post a Comment